Hampi Vitthal Mandir | हंपी का विठ्ठल मंदीर
हंपी का विट्ठल मंदिर उत्कृष्ट कला और स्थापत्य की बेजोड़ मिसाल है | जिसे देखने दर्शक देश-विदेश से खींचे चले आते हैं |Hampi Ratha | हंपी रथ
पत्थर को तराश कर बनाए गए हंपी रथ के पीछे इतिहासकारों का मत है कि कोणार्क के पहियों पर टिके रथ से राजा कृष्णदेव राय इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने वैसा ही रथ यहां बनवा दिया । गरूड की छवि में बना यह रथ भगवान विष्णु का वाहन माना जाता है ।
Hampi Mahamandap | हंपी महामंंडप
मंदिर की सबसे बडी रहस्यमय जगह, 'महा मंडप' में मौजूद म्यूजिकल पिलर्स की तरह इनका आधार खूबसूरत कलाकृतियों से अलंकृत है । खूबसूरत नकशीदार स्तंभों को 'म्यूजिकल पिलर' या 'संगीतमय खंबे' कहा जाता है । पत्थर के खंभों को थप-थपा ने से निकलने वाला संगीत सबको हैरान कर देता है । 500 साल पहले की तकनीक और विज्ञान के आगे आज आधुनिक विज्ञान भी नतमस्तक है । इन ठोस ग्रॅनाईट के पत्थर के स्तंभों में से तबले, वीणा और अलग-अलग 81 वाद्य यंत्रों की ध्वनि निकलती है ।
"अंग्रेजों ने इसके बारे में जानने की कोशिश की, की क्या आखिर यहां से किस तरीके से कोई धुंन निकलती है । उन्हें लगा कि अंदर कुछ मौजूद है । तो उन्होंने खंबे को कटवा कर कोशिश की, जानने की कि क्या है ? लेकिन अंदर तो सॉलिड था । उसके अंदर ऐसा कुछ नहीं था । अंग्रेज उस चीज को नहीं खोज सके कि आखिर यहां से किस तरीके से धुन निकलती है "
यह स्तंभ भारतीय प्राचीन इंजीनियरिंग कौशल की जीती जागती मिसाल है । भारत के मंदिरों की विविधता अनोखी है । यह मंदिर ना सिर्फ विश्वास और धर्म का जीता जागता रूप है, बल्कि यह सदियों से भारतीय वास्तुकला और भवन निर्माण में वैज्ञानिक दृष्टिकोण की कहानी भी बयां करते हैं।
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